Special Dedication to My Mom and my late Nani (grandma)! As my mom says that our relationship is so much like she shared with her mom. And every mother goes through similar fears and dreams for her daughter irrespective of the era she is living in. Needless to say that I love mine a lot. Here is the write up:
मैं तेरे आँगन में
खेला करती थी माँ
मेरे आँगन में
अब खेल रही है
मेरी बिटिया.
तू जैसे भूख-प्यास
समझा करती थी मेरी
मैं भाग रही हूँ
चिंता में खाना लेकर
उसके पीछे
पाला तूने मुझको
हर धूप में छाया देकर
मैं भी देकर
छाया उसको
जी जाउंगी
वो ही जीवन.
देख रही हूँ अब
अपना अतीत
खेला करती थी माँ
मेरे आँगन में
अब खेल रही है
मेरी बिटिया.
तू जैसे भूख-प्यास
समझा करती थी मेरी
मैं भाग रही हूँ
चिंता में खाना लेकर
उसके पीछे
पाला तूने मुझको
हर धूप में छाया देकर
मैं भी देकर
छाया उसको
जी जाउंगी
वो ही जीवन.
देख रही हूँ अब
अपना अतीत
और उसका भविष्य-
कैसे जाया करती थी
मैं पढ़ने
वापिस आकर
घंटों बतियाया करती
खेला करती थी
तेरे संग
वैसे ही पनपेगा उसका बचपन
धीरे-धीरे
थोड़ा-थोड़ा करके
समय चक्र दोहराएगा
वो ही सब
और देखते देखते
बड़ी हो जाएगी
मेरी भी बिटिया
हर रात डर से
मैं भी जागा करुँगी
और सुबह देखूंगी
फिर कुछ सपने
मैं उससे
और वो मुझसे
करेगी वो ही बातें
जैसे मैं और तू
बांटा करते थे
अपने कुछ डर और किस्से
हो जाएगी
वो भी एक दिन
आगे बढ़ने को तैयार
पीछे छोड़
अपना यह बचपन
इस ह्रदय को
करके कठोर
मैं फिर लडूंगी
अपने हर भय से
तेरी ही तरह माँ
और आगे उड़ जाएगी
मेरी बिटिया
पर प्रेम-डोर से
बंधी रहेगी वो
हमारी ही तरह
फिर एक दिन
उसके घर में
खेलेगी
उसकी बिटिया
जैसे तू भी खेला
करती होगी माँ
अपनी माँ के आंगन में...
कैसे जाया करती थी
मैं पढ़ने
वापिस आकर
घंटों बतियाया करती
खेला करती थी
तेरे संग
वैसे ही पनपेगा उसका बचपन
धीरे-धीरे
थोड़ा-थोड़ा करके
समय चक्र दोहराएगा
वो ही सब
और देखते देखते
बड़ी हो जाएगी
मेरी भी बिटिया
हर रात डर से
मैं भी जागा करुँगी
और सुबह देखूंगी
फिर कुछ सपने
मैं उससे
और वो मुझसे
करेगी वो ही बातें
जैसे मैं और तू
बांटा करते थे
अपने कुछ डर और किस्से
हो जाएगी
वो भी एक दिन
आगे बढ़ने को तैयार
पीछे छोड़
अपना यह बचपन
इस ह्रदय को
करके कठोर
मैं फिर लडूंगी
अपने हर भय से
तेरी ही तरह माँ
और आगे उड़ जाएगी
मेरी बिटिया
Image courtesy: footage.shutterstock.com |
बंधी रहेगी वो
हमारी ही तरह
फिर एक दिन
उसके घर में
खेलेगी
उसकी बिटिया
जैसे तू भी खेला
करती होगी माँ
अपनी माँ के आंगन में...